यूपी में ट्रैक्टर हथियाने के लिए दोस्तों संग मिलकर की महिला लेखपाल की हत्या, 48 घंटे में हुए गिरफ्तार

यूपी में ट्रैक्टर हथियाने के लिए दोस्तों संग मिलकर की महिला लेखपाल की हत्या, 48 घंटे में हुए गिरफ्तार

Lekhpal Kiran murder case

Lekhpal Kiran murder case

कौशांबीः Lekhpal Kiran murder case: जिले के पिपरी पुलिस ने चकबंदी लेखपाल किरण रुपौलिया हत्याकांड(Lekhpal Kiran murder case) का खुलासा कर दिया है. पुलिस ने हत्या में शामिल आरोपियों को भी गिरफ्तार(arrested the accused) कर लिया है. एसपी के मुताबिक मृतक लेखपाल ने जिस शुभम मिश्रा की ट्रैक्टर दिलाकर मदद की(Helped by getting a tractor) थी, उसी ने रुपये वापस करने के दबाव से तंग आकर उनकी हत्या कर दी. आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. पुलिस ने आरोपी के निशानदेह से हत्या में प्रयोग किए गए तमंचा और ईंट बरामद(pistol and brick recovered) कर लिया है. पुलिस गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ हत्या और गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की तैयारी कर रही है.

ट्रैक्टर किराए से बचने के लिए मार डाला / killed to avoid tractor rent

 एसपी बृजेश श्रीवास्तव ने हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि 8 जनवरी को शौर्य जीत ने पिपरी पुलिस को सूचना देकर अपनी मां लेखपाल किरण रुपौलिया की गुमशुदगी दर्ज कराई. जिसके बाद सीओ चायल श्यामकांत के नेतृत्व में एक जांच टीम का गठन किया और उनकी तलाश शुरू की गई. इसके बाद चित्रकूट में एक महिला की लाश मिलने की सूचना मिली, जिसकी शिनाख्त शौर्य जीत ने अपनी मां लेखपाल किरण रुपौलिया के रूप में की. लाश मिलने के बाद पुलिस ने छानबीन करते हुए वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाए. इस दौरान पुलिस के हाथ कुछ सीसीटीवी फुटेज भी मिले. इसमें महिला लेखपाल एक लाल रंग की कार में बैठ कर जाती दिखाई पड़ी. इसी आधार पर कार के मालिक शुभम मिश्रा को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई.

एसपी ने बताया कि 2 दिन की पूछताछ के बाद शुभम मिश्रा ने अपना गुनाह कबूल कर लिया. उसने अपने 3 दोस्त विक्रम सिंह उर्फ विक्कू पटेल पुत्र बादाम सिंह निवासी फरीदपुर, आशीष पासी पुत्र मनोज कुमार निवासी बहुगरा, मुनील पासी पुत्र स्व छोटू निवासी गोपालपुर सेवथा के साथ मिलकर लेखपाल किरण की हत्या की बात स्वीकार की.

लेखपाल को कई सालों से जानता था आरोपी शुभम / Accused Shubham knew Lekhpal for many years

पुलिस पूछताछ में आरोपी शुभम ने बताया कि लेखपाल किरण रुपौलिया को वह कई सालों से जानता था. उन्होंने उसकी बेरोजगारी पर दया कर उसे एक ट्रैक्टर दिलाया था. इसके बदले उसने हर महीने 25 हजार रुपये देने का वादा किया था. लेकिन पिछले कुछ महीने से वह किरण को पैसे नहीं दे पा रहा था. इसी बात को लेकर लेखपाल किरण रुपये न देने पर ट्रैक्टर वापस करने का दबाव बना रही थी. शनिवार को किरण ने उसे फोन किया तो उसने रुपये देने के बहाने किरण को लेकर वह अपने साथियों के साथ चित्रकूट के कामतानाथ दर्शन की बात कह कर अपनी गाड़ी में बैठाकर साथ ले गए.

चित्रकूट के राजापुर थाना क्षेत्र पंहुचने के बाद छोबो गांव के वीराने में किरण को पहले कट्टे के बट से मार कर मौत के घाट उतार दिया. फिर पहचान मिटाने के लिए उसके चेहरे पर ईंट से कई वार किये. जल्दबाजी में तमंचा घटना स्थल पर ही गिर गया.

एसपी ने बताया कि लेखपाल हत्याकांड में शामिल सभी बदमाशों की गिरफ्तारी कर ली गई है. इनके विरुद्ध केस दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है. गुनाह की प्रवित्ति को देखते हुए पुलिस इन बदमाशों पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही करने की तैयारी कर रही है. पुलिस पूछताछ में मृतक लेखपाल किरण के पति और बेटी की मौत का कोई संबंध नहीं पाया गया.

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